देश की सुरक्षा व हित सभी चीजों से ऊपर है इसे स्वीकार करने में किसी सच्चे देशवासी को दिक्कत नहीं होनी चाहिये।
मुझे इस समय अपने अग्रज स्व .आदर्श ' प्रहरी ' जी की कुछ पंक्तियां याद आ रहीं हैं -
" समझौते तो हों ,पर इतना य़ाद हो ,
राष्ट्र प्रथम हो ,जो हो इसके बाद हो ,
रखें सभी के प्रति हम सदभावना ,
ऐसा न हो ,बाद में पश्चाताप हो ."
जय हिन्द
भारत माता की
जय वन्दे मातरम
#its_kamboj
No comments:
Post a Comment